How to get best sleep – अच्छी नींद कैसे लें

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How to get best sleeping – आज की भागती – दौड़ती जिंदगी में व्यक्ति मशीन बनकर रह गया है। ना समय पर खाना, ना समय पर व्यायाम और ना ही आराम। इस भाग-दौड़ की जिंदगी में परिवार , समाज सब पीछे बहुत दूर छूट गया है। व्यक्ति के लिए वर्तमान में पैसा केवल पैसा ही महत्व रह गया है, ना कोई बेटा, ना कोई बाप, ना कोई पत्नी, बस पैसे – पैसे और बस पैसे।

आज हम इसी भाग-दौड़ भरी जिंदगी में सुकून की नींद किस प्रकार से ले सकते हैं। यह कुछ बिंदुओं पर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। यह पद्धति आप अपने जीवन शैली में अपनाकर सुकून और चैन की नींद ले सकते हैं। आशा है यह आपके जीवन में कारगर सिद्ध हो सके –

अच्छी नींद कैसे लें

स्वस्थ मनुष्य और उसकी मानसिक स्थिति स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है कि वह ठीक प्रकार से नींद ले। माना जाता है नींद अनेकों अनेक बीमारियों का समाधान है। हमारे वेद और पौराणिक साहित्य भी नींद बेहतर नींद अति आवश्यक है। बेहतर नींद ना हो पाने के कारण व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार हो जाता है वह धीरे-धीरे कई सारी बीमारियों का शिकार बन जाता है। वह चाहे अनचाहे स्वभाव का चिड़चिड़ा और समाज के प्रति बेरुखी का भाव रखने लगता है। यह सभी प्रक्रिया उसके मानसिक रूप को इतना विक्षिप्त बना देती है कि वह व्यक्ति अपने इंद्रियों पर काबू नहीं पा सकता वह बस समय किस सुई का कठपुतली बन जाता है।

अगर व्यक्ति किसी कार्य में लगा हुआ है तो वह कार्य भी उसे रुचिकर नहीं लगता जिसके कारण वह अपने कार्य को भलीभांति ठीक प्रकार से नहीं कर पाता। आज संचार माध्यम व्यक्ति के लिए जहां वरदान साबित हो रहे हैं यह मानव जीवन में अभिशाप भी साबित हो रहा है इससे कोई किनारा नहीं कर सकता। जहां संचार ने व्यक्ति को जोड़ने का कार्य किया है वही व्यक्ति और समाज को तोड़ने का भी कार्य इसी ने किया है। संचार में उलझा हुआ व्यक्ति आज अपने घर परिवार और यहां तक कि समाज से भी काफी दूर जा चुका है।

इस भागती दौड़ती जिंदगी में उसके पास अपने लिए समय नहीं है और ना ही उसके पास 2 मिनट बैठ कर अपने लिए समय देने का। तनाव और थकावट के कारण वह स्वस्थ और ठीक प्रकार से नींद भी नहीं ले पाता जिसके कारण वह चाहे अनचाहे अनेकों बीमारियों को न्योता देता है –

आज निम्नलिखित कुछ बिंदुओं को प्रकट कर रहे हैं जिसको अपना कर आप बेहतर और स्वस्थ नींद ले सकते हैं आशा है आपको इन बिंदुओं का कुछ लाभ मिल सके –

रात्रि स्नान

आपने स्नान के बाद महसूस किया होगा कि स्नान के बाद आपके शरीर की गंदगी मात्र साफ नहीं होती,  बल्कि आप कितने भी तनाव में हो , स्नान के बाद वह तनाव गायब हो जाता है। यह आपने अवश्य ही महसूस किया होगा। क्या मैं ठीक हूं ?

दिनभर व्यक्ति अपने काम और भागा दौड़ी में लगा रहता है। उसे क्योंकि अपना जीवन चलाना है  , उसके लिए उन सभी सुविधाओं और उन साधनों की प्राप्ति के लिए यत्न – प्रयत्न करता रहता है। जिसके कारण व्यक्ति शारीरिक रूप से थकता है , तो मानसिक रूप से भी थकता है।

ऐसे में आपको चाहिए कि जब आप रात्रि के विश्राम के लिए जाए तो उससे पूर्व आप स्नान कर ले। अगर ठंड का मौसम हो तो गुनगुने पानी से स्नान करें यह आपके लिए बेहतर होगा। सर्दियों के मौसम में आप जहां गुनगुने पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं , वही आप गर्मियों में ठंडे पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आपको जो उचित लगे उस प्रकार के पानी से स्नान करें।  यह आपके शरीर के स्वास्थ्य के लिए तो बेहतर रहता ही है , साथ में आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ाता है। नहाने के बाद आप अपने नींद को बेहतर प्राप्त कर सकते हैं।  इतना ही नहीं जब आप सवेरे उठेंगे तो आपका मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।

आप स्वयं को बिल्कुल हल्का और तनाव से मुक्त महसूस करेंगे।

रात्रि का स्नान आप भोजन से पूर्व अथवा बाद में भी कर सकते हैं , यह आप की सुविधा पर निर्भर करता है।

व्यायाम

आदिकाल से भारतीय परंपरा में व्यायाम का अधिक महत्व रहा है। आज पूरा विश्व व्यायाम को मानने पर और अपने जीवन में अपनाने के लिए विवश है। व्यायाम मानव शरीर को मजबूत , सुदृढ़ बनाने से लेकर अनेकों अनेक बीमारियों से दूर रखने तक की क्षमता अपने भीतर रखता है। एक योगी दीर्घायु और स्वस्थ किस प्रकार रहता है ? यह आपको व्यायाम में छुपे रहस्यों पर अध्ययन करके ही मालूम हो सकेगा।

व्यायाम जहां व्यक्ति में स्फूर्ति और ऊर्जा का संचार करता है , वही व्यायाम द्वारा आदर्श जीवन शैली को जीने के लिए भी प्रेरित करता है।आप व्यायाम के माध्यम से एक स्वस्थ नींद प्राप्त कर सकते हैं।

आप रात्रि को विश्राम करने से पूर्व अपने कमरे में ही कुछ समय व्यायाम कर ले तो आप निश्चिंत रूप से स्वस्थ नींद प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको विशेष प्रक्रिया करने की आवश्यकता नहीं है। आप अपने बिस्तर पर बैठे-बैठे भी उन सभी व्यायाम को कर सकते हैं जो आपके सुविधा अनुसार हो सकती है।

आप सवेरे उठकर महसूस करेंगे कि आपकी नींद पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है। आप अभी भी ऊर्जावान है और किसी प्रकार का कोई तनाव अथवा दुर्भावनाए आपके मन में नहीं है।

सोने से 3 घंटे पूर्व आहार

प्राचीन चिकित्सा पद्धति आहार को लेकर बेहद ही सजग और सतर्क थी। माना जाता था जैसा आहार वैसा विचार यह आप अपने आसपास और अपने समाज में महसूस कर सकते हैं। आप इस बिंदु पर स्वयं से अध्ययन करेंगे तो आप अवश्य ही जान पाएंगे जैसा व्यक्ति आहार खाता है वैसा ही उसका विचार बनता है। इस विषय में हम यहां विस्तार से चर्चा नहीं कर रहे हैं।

सोने से कम से कम 3 घंटे पूर्व आपको भोजन अवश्य ही कर लेना चाहिए। अगर आप मांसाहारी भोजन पसंद करते हैं , तो यह आपके लिए और आवश्यक हो जाता है कि आप 3 घंटे पूर्व भोजन कर ले। क्योंकि सोने से तुरंत पहले किया गया भोजन व्यक्ति का शरीर पचा नहीं पाता है और गहरे बीमारियों का दावत होता है।

हमारी शारीरिक संरचना इस प्रकार की है शरीर तय समय पर अपना कार्य करती है। कितनी ही घटना ऐसी देखने और सुनने को मिली है कि तुरंत आहार कर कर व्यक्ति सोया और वह गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो गया। कई बार उसकी मृत्यु तक हो जाती है , क्योंकि उसने जो सोने से पूर्व व्यंजन लिए थे  वह उसका शरीर बचा नहीं पाया । शरीर उस पाचन क्रिया के साथ अपना पूर्ण रूप से व्यवहार नहीं कर पाई , जिसके कारण वह या तो बीमारी की चपेट में आया या मृत्यु के।

आप सोने से कम से कम 3 घंटे पूर्व अवश्य ही भोजन कर ले। अगर संभव हो सके तो आप घूम – फिर सकते हैं अथवा घर में ही टहल सकते हैं।  जिसके कारण आपका भोजन आपके शरीर में पच सके।

शयन कक्ष में जैविक तेल का दीया जलाना

दीया भारतीय परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। दीया जहां आस्था और खुशी का प्रतीक है , तो इसके पीछे एक वैज्ञानिक तथ्य भी छिपा हुआ है। आपने महसूस किया होगा जिस घर अथवा मंदिर में या जिस कमरे में दीया जलाया जाता है वहां अनेक प्रकार के विषैले जीवाणु , कीटाणु समाप्त हो जाते हैं। जो मनुष्य के शरीर के लिए हानिकारक होते हैं। दीया स्वयं को जलाकर दिव्य ऊर्जा का संचार करता है , जिसके कारण व्यक्ति सकारात्मक भावों को ग्रहण करता है।

जैविक तेल में जलाया गया दीया सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण कर उसका प्रसार करता है।

अतः आप सोने से पूर्व अपने शयनकक्ष में एक जैविक तेल चाहे वह सरसों , तिल , जैतून या अन्य जो जैविक हो कृत्रिम नहीं का दीया को जलाकर रख सकते हैं। आप महसूस करेंगे की दीया के जलने से आप में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो रहा होगा। जिसके कारण आपको स्वस्थ नींद प्राप्त हो सकेगी। और आप सवेरे अपने आप को तरोताजा महसूस करेंगे।

उत्तर दिशा में सिर करके सोए

विज्ञान और हमारे वेद – पुराणों में यह स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि उत्तर दिशा की ओर सिर करके कभी नहीं सोना चाहिए। विज्ञान द्वारा यह सिद्ध हो चुका है कि उत्तर दिशा में चुंबकीय शक्तियां बेहद ही शक्तिशाली रूप से कार्य करती है।

पूर्व काल में लोग दिशा का अवलोकन करने के लिए चुंबक का सहारा लिया करते थे। जिसके कारण उन्हें दिशाओं का स्पष्ट ज्ञान हुआ करता था।  आज भी उस प्रकार की यंत्र / डिवाइस देखने को अथवा प्रयोग करने को उपलब्ध है।

रात्रि में अगर कोई व्यक्ति उत्तर की ओर अपना सिर करके सोता है तो उसके कारण वह गंभीर बीमारी और माइग्रेन तथा विक्षिप्त अवस्था तक जा सकता है। कई बार यह मृत्यु का कारण भी बनती है।

जब व्यक्ति उत्तर दिशा में अपना सिर करके सोता है तो व्यक्ति के शरीर मैं उपलब्ध रक्त का संचार मस्तिष्क की और तीव्र गति से बढ़ता है। यह मस्तिष्क के लिए हानिकारक होता है। मस्तिष्क में बड़े ही सूक्ष्म कोशिकाओं की संरचना होती है। उसके लिए जितने रक्त प्रवाह की आवश्यकता होती है यह कोशिकाएं पूर्ति करती है।

किंतु उत्तर दिशा में चुंबकीय शक्ति के अधिक होने के कारण रक्त का संचार बढ़ जाता है और व्यक्ति अपनी मानसिक स्वास्थ्य खो बैठता है।  कई बार यह जीवन के लिए भी खतरा साबित होता है।

बेहतर नींद के लिए आवश्यक है कि उत्तर की दिशा में सिर करके ना सोए। अन्यथा उपर्युक्त बताए हुए बातें नहीं भी होती है , तो मानसिक रूप से जड़ता तो अवश्य ही रहती है। यह व्यक्तिगत रूप से मैंने भी स्वयं महसूस किया है , और अपने आसपास समाज में भी इसका शोध किया गया है।

कमरे की साफ सफाई

माना जाता है स्वच्छता में ईश्वर का वास है , और गंदगी में असुर अथवा बुरी शक्तियों का निवास होता है। यह व्यक्तिगत को निजी तौर पर भी समझना चाहिए कि अपने आसपास साफ – सफाई रखें यह उनके स्वास्थ्य के लिए तो लाभदायक होता ही है। यह उनके जीवन को भी प्रभावित करता है।

व्यक्ति अपने कार्य स्थल पर भी साफ – सफाई का ध्यान रखें तो अपने कार्य के प्रति एकनिष्ठा और लगन होकर कार्य कर सकता है और बेहतर परिणाम हासिल कर सकता है।

ठीक इसी प्रकार शयन कक्ष में व्यवस्थित सभी सामग्री हो और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया हो , तो आप बेहतर नींद प्राप्त कर सकते हैं। मेरा मानना है कि कितना भी अपने जीवन में कुछ भी हासिल कर ले अगर साफ – सफाई ना हो तो आप अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह होंगे।

अच्छी नींद की प्राप्ति के लिए आपको अपने कमरे की साफ – सफाई रखनी बेहद आवश्यक है। अन्यथा आप चाहे अनचाहे ठीक प्रकार से नींद नहीं प्राप्त कर सकेंगे और सदैव तनावग्रस्त रहेंगे।

मोबाइल तथा इंटरनेट से दूरी

आज तनाव और खराब सेहत के लिए सबसे बड़ा कारण मोबाइल और इंटरनेट को माना जा रहा है। कितने ही शोध इस विषय पर हो चुके हैं जिसमें यह स्पष्ट हो चुका है कि मोबाइल और इंटरनेट की लत से व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब होता जा रहा है। तनाव और चिड़चिड़ापन व्यक्ति के स्वभाव में इस प्रकार घर कर गया है कि आज छोटे से छोटे बच्चे को भी इससे छुटकारा नहीं है।

लोगों के स्वभाव में मोबाइल तथा इंटरनेट का अधिक इस्तेमाल उतर गया है। आज व्यक्ति सोते समय में सोशल मीडिया या फिर अपने कार्य के लिए इंटरनेट से जुड़ा रहता है जिसके कारण वह। रात को पूर्ण रूप से नींद नहीं ले पाता।

वैज्ञानिकों का स्पष्ट मानना है कि सोने से कम से कम 2 घंटे पूर्व मोबाइल और इंटरनेट से दूरी बना लें। आवश्यकता ना हो तो घर में लगे वाईफाई को भी बंद कर ले। इन से उत्पन्न होने वाली तरंगें व्यक्ति के शरीर में नुकसान पहुंचा सकती है। इनकी तरंगे सदैव शरीर को प्रभावित करती हैं इसलिए जितना संभव हो सके इससे दूरी बनाया जाए।

मोबाइल और इंटरनेट से दूरी बनाकर आप स्वस्थ नींद प्राप्त कर सकते हैं।  इसके बाद आप महसूस करेंगे कि आपको सवेरे जगने के लिए कोई अलग से अलार्म लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी आप स्वयं ही समय पर जग जाएंगे।

निष्कर्ष

उपर्युक्त बिंदुओं को ध्यान से पढ़ कर आपने महसूस किया होगा कि यह कोई दुर्लभ कार्य नहीं है। इन सभी को आप अपने जीवन में अपना सकते हैं और बेहतर परिणाम स्वयं महसूस कर सकते हैं। अगर कुछ अपने जीवन में अच्छे स्वास्थ्य और अच्छे लक्ष्य की प्राप्ति करना चाहते हैं तो आपको बेहतर नींद की तो आवश्यकता अवश्य ही पड़ेगी।

आप इसको भी नहीं नकार सकते हैं कि आज संचार के माध्यम से व्यक्ति मानसिक रूप से बेहद ही परेशान और तनाव की अवस्था में आ गया है। आप यह भी मानेंगे कि आज व्यक्ति अपना जीवन शैली किस प्रकार बिगड़ चुका है। ना ही समय पर खाना और ना ही समय पर सोना और यहां तक कि ठीक प्रकार से नींद भी नहीं ले पाता है।

आप इस बात को भी नहीं नकार सकते कि व्यक्ति पैसे के पीछे कितना परेशान है। वह अगर समय पर कार्य करके अपने कार्यालय या ऑफिस में ना दे तो उसे अनावश्यक रूप से डांट और दंड सहना और भुगतना पड़ता है। जिसके कारण व्यक्ति सदैव तनाव की स्थिति में रहता है और ठीक प्रकार से नींद नहीं ले पाता।

उपर्युक्त बताई गई बातों को अगर अपने जीवन शैली में अपनाएं तो आप निश्चित रूप से बेहतर से बेहतर नींद प्राप्त कर सकते हैं। और इस बेहतर नींद के माध्यम से आप स्वयं के जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन देख सकते हैं और दूसरों को भी बता सकते हैं।

जब आपके नींद की पूर्ति होती है तो आपका शरीर भी ठीक प्रकार से कार्य करता है। शरीर के लिए नींद की आवश्यकता होती है और इसकी कमी होने पर शरीर ठीक प्रकार से कार्य नहीं करता। ठीक प्रकार की नींद लेने के बाद आप महसूस करेंगे कि पूर्व से पहले आप अधिक कार्य करने की क्षमता और ऊर्जा रखते हैं। आप उन सभी कार्यों को बेहद ही सरलता से कर लेते हैं जो पहले नहीं कर पा रहे थे।

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