संज्ञा क्या होती है? संज्ञा की परिभाषा, व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक, भाववाचक संज्ञा यह कुछ भेद उसके उदाहरण के साथ उसकी सयुक्त जानकारी जानिए
भेद उदाहरण सहित जानिए
- किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु आदि तथा नाम के गुण, धर्म, स्वभाव का बोध कराने वाले शब्द को संज्ञा कहते हैं। जैसे – श्याम, आम, मिठास, हाथी आदि
 - संज्ञा सार्थक शब्दों के आठ भेदों में एक भेद है
 - व्याकरण में संज्ञा एक विकारी शब्द है
 
इसके प्रकार
- संज्ञा के तीन भेद हैं-
 
- व्यक्तिवाचक।
 - जातिवाचक । और
 - भाववाचक संज्ञा।
 
व्यक्तिवाचक sangya
जिस शब्द से किसी विशेष, व्यक्ति, प्राणी, वस्तु अथवा स्थान का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे – जयप्रकाश नारायण, जयशंकर प्रसाद ,श्रीकृष्ण, रामायण, ताजमहल, क़ुतुबमीनार, लालक़िला, हिमालय आदि।
जातिवाचक sangya
जिस शब्द से उसकी संपूर्ण जाति का बोध हो उसे जातिवाचक sangya कहते हैं। जैसे – मनुष्य, नदी, नगर, पर्वत, पशु, पक्षी, लड़का, कुत्ता, गाय, घोड़ा, भैंस, बकरी, नारी, गाँव आदि।
भाववाचक sangya
जिस शब्द से पदार्थों की अवस्था, गुण-दोष, धर्म आदि का बोध हो उसे भाववाचक sangya कहते हैं। जैसे – बुढ़ापा, मिठास, बचपन, मोटापा, चढ़ाई, थकावट आदि।
- कुछ विद्वान अंग्रेज़ी व्याकरण के प्रभाव के कारण संज्ञा शब्द के दो भेद और बतलाते हैं-
 
- समुदायवाचक
 - द्रव्यवाचक संज्ञा
 
समुदायवाचक sangya
जिन शब्दों से व्यक्तियों, वस्तुओं आदि के समूह का बोध हो उन्हें समुदायवाचक sangya कहते हैं। जैसे – सभा, कक्षा, सेना, भीड़, पुस्तकालय, दल आदि।
द्रव्यवाचक sangya
जिन शब्दों से किसी धातु, द्रव्य आदि पदार्थों का बोध हो उन्हें द्रव्यवाचक sangya कहते हैं। जैसे – घी, तेल, सोना, चाँदी, पीतल, चावल, गेहूँ, कोयला, लोहा आदि।
भाववाचक बनाना
- भाववाचक संज्ञाएँ चार प्रकार के शब्दों से बनती हैं। जैसे-
 
जातिवाचक से
- दास = दासता
 - पंडित = पांडित्य
 - बंधु = बंधुत्व
 - क्षत्रिय = क्षत्रियत्व
 - पुरुष = पुरुषत्व
 - प्रभु = प्रभुता
 - पशु = पशुता,पशुत्व
 - ब्राह्मण = ब्राह्मणत्व
 - मित्र = मित्रता
 
सर्वनाम से संज्ञा बनाना
- अपना = अपनापन, अपनत्व
 - निज = निजत्व,निजता
 - पराया = परायापन
 - स्व = स्वत्व
 - सर्व = सर्वस्व
 
विशेषण से बनाना
- मीठा = मिठास
 - चतुर = चातुर्य, चतुराई
 - मधुर = माधुर्य
 - सुंदर = सौंदर्य, सुंदरता
 
क्रिया से बनाना
- खेलना = खेल
 - थकना = थकावट
 - लिखना = लेख
 - हँसना = हँसी