Madhya pradesh award list: यह है मध्य प्रदेश के प्रमुख पुरुस्कार एवं सम्मान जो की अलग अलग क्षेत्रों मे मध्य प्रदेश की कुछ असाधारण कार्य करने वालों को मिलते है
मध्य प्रदेश के प्रमुख पुरुस्कार एवं सम्मान ,मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग ने कला के विकास , साहित्य के क्षेत्र में दीर्ध साधना , उत्कृष्ता तथा श्रेष्ठ उपलब्धि हासिल करने वाली विभूतियों को पुरुस्कृत एवं सम्मानित करने व इनमे राष्ट्रीय मापदंड विकसित करने के लिए राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय सम्मानों की घोषणा की है। जो प्रत्येक वर्ष प्रदान किये जाते है
मध्य प्रदेश के प्रमुख पुरुस्कार एवं सम्मान
- तानसेन सम्मान
- कालिदास सम्मान
- इकबाल सम्मान
- कुमार गंधर्व सम्मान
- कबीर सम्मान
- लता मंगेशकर सम्मान
- महात्मा गाँधी सम्मान
- मैथलीशरण गुप्त सम्मान
- शरद जोशी सम्मान
- तुलसी सम्मान
- शिखर सम्मान
- किशोर कुमार सम्मान
- देवी अहिल्या बाई पुरुस्कार
तानसेन सम्मान
- हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन तथा सृजनात्मक कार्यो को सम्मानित करने हेतु वर्ष 1980-81 में इस पुरुस्कार की स्थापना की गई
- इस सम्मान के तहत 2 लाख रूपए तथा प्रशस्ति पट्टिका भेंट की जाती है।
- यह पुरुस्कार सर्वप्रथम 1980 में पंडित कृष्णराव शंकर पंडित को दिया गया।
- 2022 में यह पुरुस्कार। ……………………………….
कालिदास सम्मान कालिदास सम्मान
- इस सम्मान को वर्ष 1980-81 में स्थापित किया गया। यह सम्मान हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत , शास्त्रीय नृत्य – नाटक , रंगकर्म और रूपंकर कला के क्षेत्र के लिए प्रदान किया जाता है।
- इस सम्मान के तहत प्रत्येक क्षेत्र में 2 लाख रूपए और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
- 1980-81 शास्त्रीय संगीत में पहली बार यह सम्मान पंडित सेमनगुड़ी श्री निवास अय्यर को दिया गया था।
इकबाल सम्मान
- उर्दू साहित्य में रचनात्मक लेखन के सम्मान के वर्ष 1986-87 में यह सम्मान स्थापित किया गया।
- इस सम्मान से सर्वप्रथम 1986-87 में अली सरदार जाफरी को सम्मानित किया गया था।
- इस सम्मान के तहत 2 लाख रुपये और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है। .
- 2022 में यह पुरुस्कार। …………………
कुमार गंधर्व सम्मान
- संगीत के क्षेत्र में युवाओ के बीच रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 1992-93 में कुमार गंधर्व सम्मान स्थापित किया गया था।
- सर्वप्रथम यह पुरुस्कार अजय चक्रवती को दिया गया।
- इस सम्मान के तहत 1.5 लाख रुपये और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
- 2022 में यह पुरुस्कार। …………………………..
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कबीर सम्मान
- भारतीय काव्य के क्षेत्र में काव्य प्रतिभा का सम्मान करने के लिए वर्ष 1986-87 में स्थापित किया गया।
- महान संत व कवि कबीर ने सदियों पहले कविता का पुनराविष्कार किया था। और उसे नई निरभीगता दी थीं।
- इस सम्मान के तहत 3 लाख रुपये और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
- अब तक कन्नड़ ,बांग्ला , पंजाबी , हिंदी , मराठी ,और गुजराती , भाषा के कवियों को यह सम्मान प्रदान किया गया था।
- प्रथम सम्मान कवि गोपाल कृष्ण अडिग को (1986-87 ) में दिया गया।
- 2022 में यह पुरुस्कार। ………………………..
लता मंगेशकर सम्मान
- यह पुरुस्कार सुगम संगीत के क्षेत्र में उत्कृष्ता के सम्मान के लिए वर्ष 1984 में स्थापित किया गया था।
- किसी भी भाषा के गायक , वादक और संगीतकार को यह पुरुस्कार प्रदान किया जाता है।
- इस सम्मान के तहत 2 लाख रुपये और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
- इस सम्मान से सर्वप्रथम 1984-85 में नौशाद को नवाजा गया।
महात्मा गाँधी सम्मान
- गाँधीवादी दर्शन के आधार पर सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में कार्यरत संगठनों को यह पुरुस्कार प्रदान किया जाता है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1995-96 में की गई।
- इस पुरुस्कार से सर्वप्रथम कस्तूरबा गाँधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट इंदौर ( मध्य प्रदेश ) को वर्ष 1995-96 में दिया गया।
- इस सम्मान के अंतर्गत 10 लाख की राशि दी जाती है।
मैथलीशरण गुप्त सम्मान
- हिंदी साहित्य की रचनात्मक संरचना के क्षेत्र में उत्कृष्ता को सम्मानित करने के लिए वर्ष 1987-88 में इस सम्मान की स्थापना की गई।
- यह सम्मान राष्ट्रकवि श्री मैथलीशरण गुप्त की स्मृति में रखा गया है।
- इस सम्मान से सर्वप्रथम शमशेर बहादुर सिंह को 1987-88 में नवाजा गया।
- इस सम्मान के तहत 2 लाख रुपये और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
- 2022 में यह पुरुस्कार पुरुस्कार। ………………
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राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान
- साहित्य एवं लेखन से सम्बंधित लोंगो को इस सम्मान से नवाजा जाता है।
- निबंध , संस्मरण ,कोष , डायरी , पत्र , और व्यंग्य लेखन के लिए यह सम्मान दिया जाता है।
- इस सम्मान का उदेश्य साहित्य की उपयुक्त विधाओं की श्रेष्तम प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना है।
- श्री हरिशंकर परसाई (1992-93 ) यह सम्मान प्राप्त करने वाले प्रथम व्यक्ति थे।
- यह सम्मान वर्ष 2016-17 में श्री नर्मदा प्रसाद उपाधयाय को प्रदान किया गया।
- वर्ष 2018 में यह पुरुस्कार स्व सुशील सिदार्थ एवं रवीश कुमार उपाध्याय को यह पुरुस्कार दिया गया।
- इस सम्मान के तहत 2 लाख रुपये और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
- 2022 में यह पुरुस्कार। ………………………..
तुलसी सम्मान
- यह पुरुस्कार आदिवासी , लोक कला और परम्परिक कला के लिए केवल पुरुषो को प्रदान किया जाता है। इस सम्मान की स्थापना 1983-84 में की गई।
- इस सम्मान से प्रथम बार हीरजी केशव एवं पंडित गिरिजा प्रसाद को नवाजा गया।
- यह सम्मान तीन वर्ष में दो बार प्रदर्शन कारी कलाओं और एक बार रूपंकर कलाओं के क्षेत्र में दिया जाता है।
- वर्ष 2016 में यह सम्मान श्री भीखूदान गढ़वी ( लोकगायक ) को प्रदान किया गया।
- वर्ष 2018 नलिन खोईवाल ( साहित्यकार ) की उनकी कृति गागर – गागर से महासागर के लिए प्रदान किया गया।
- इस सम्मान के तहत 2 लाख रुपये और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
- 2022 में यह पुरुस्कार। …………………………
राज्य स्तरीय शिखर सम्मान
- मध्य प्रदेश शासन , संस्कृति विभाग द्वारा कला , साहित्य ,नृत्य , नाटक ,संगीत एवं दुर्लभ वाध वादन की विभिन्न विधाओं के क्षेत्र में राज्य शिखर सम्मान प्रदान किये जाते है।
- राज्य स्तरीय शिखर सम्मान के लिए मध्यप्रदेश निवासी अथवा ऐसे व्यक्ति , जिन्होने अपना कार्यक्षेत्र मध्यप्रदेश को बना लिया है। पात्र होंगे।
- यह सम्मान सृजन -सक्रिय कलाकारों / साहित्यकारों को उच्च सृजात्मकता ,आसाधारण उपलब्धि , अनवरत दीर्ध साधना तथा समग्र रचनात्मक अवदान के लिए देय है। इस सम्मान के तहत 1 लाख रूपए और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
सम्मान | स्थापना | विधा | प्रथम पुरुस्कृत व्यक्ति |
शिखर सम्मान ( साहित्य ) | 1980-81 | साहित्य में श्रेष्ठ कार्य हेतु | श्री कांत वर्मा |
शिखर सम्मान ( प्रदर्शन कलाएं ) | 1980-81 | संगीत , रंगमंच , नृत्य , व लोक कलाओं क्षेत्र में | पंडित कार्तिकराम |
शिखर सम्मान रूपंकर कलाएं | 1980-81 | रूपंकर कलाओं में श्रेष्ठ | श्री डी.जे. जोशी |
किशोर कुमार सम्मान
- यह पुरुस्कार वर्ष 1997-98 में स्थापित किया गया। हर वर्ष फिल्म निर्देशन , अभिनय , पटकथा , लेखन , और गीत लेखन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए यह पुरुस्कार प्रस्तुत किया जाता है।
- इस सम्मान के तहत 2 लाख रुपये और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
- सर्वप्रथम यह पुरुस्कार निर्देशन के क्षेत्र में श्री ऋषिकेश मुखर्जी को वर्ष 1997-98 में दिया गया।
- वर्ष 2022 में यह पुरुस्कार। ………………………….
देवी अहिल्या बाई पुरुस्कार
- वर्ष 1996-97 में स्थापित देवी अहिल्या बाई सम्मान , आदिवासी , लोककला , और पारम्परिक कला में उत्कृष्टता के लिए केवल महिला कलाकारों को प्रदान किया जाता है।
- सर्वप्रथम यह सम्मान 1996-97 में तीजन बाई को दिया गया।
- इस सम्मान के तहत 2 लाख रुपये और प्रसस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
- 2022 में यह पुरुस्कार। ………………….
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यह सम्मान हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत , शास्त्रीय नृत्य – नाटक , रंगकर्म और रूपंकर कला के क्षेत्र के लिए प्रदान किया जाता है
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा
इस सम्मान के तहत 2 लाख रूपए तथा प्रशस्ति पट्टिका भेंट की जाती है
हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन तथा सृजनात्मक कार्यो