रूठे सुजन मनाइए रहीम के दोहे व्याख्या सहित ruthe sujan manaiye doha

15 वी शताब्दी में रहीम कुशल प्रशासक, इतिहासकार, लेखक और अन्य विषयों के जानकार थे। वह कलम तथा तलवार दोनों के कुशल जानकार थे। रहीम, बैरम खां जो अकबर के संरक्षक तथा अभिभावक थे उनके पुत्र माने जाते हैं। उन्होंने दिल्ली तथा कुछ प्रमुख सल्तनत पर प्रशासन का कार्य भी संभाला। रहीम राज्य विस्तार के … Read more